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UPI NEW Rules 2025
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UPI की सुरक्षा को देखते हुए NPCI के तरफ से नए दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे है | इन नए नियम से UPI की सुरक्षा बढ़ने के साथ ही UPI और फ़ास्ट काम करेगा | UPI को लेकर NPCI के तरफ से सभी बैंकों और सर्विस प्रोवाइडर को नए निर्देश दिए गए है | इसके साथ UPI यूजर्स के लिए नए नियम लागू कर दिए गए है |
UPI New Rules अगर आप UPI के माध्यम से पैसे का लेनदेन करते है तो आपको UPI से जुड़ी इन नए नियमो के बारे में जानना बहुत ही आवश्यक है | UPI को लेकर क्या नए दिशा-निर्देश जारी किये गए है|
मुख्य बातें इस नए नियम के अनुसार
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UPI बैलेंस चेक लिमिट:
अब आप प्रत्येक UPI ऐप (जैसे Paytm, PhonePe, Google Pay आदि) पर एक दिन में अधिकतम 50 बार ही अपना बैलेंस चेक कर सकेंगे। -
ऐप-वार लिमिट:
अगर आप दो अलग-अलग ऐप (जैसे Paytm और PhonePe) का उपयोग करते हैं, तो दोनों पर अलग-अलग 50 बार की सीमा लागू होगी — यानी कुल 100 बार, लेकिन प्रति ऐप 50 बार। -
लक्ष्य:
यह सीमा सिस्टम ट्रैफिक कम करने और ओवरलोड से बचाव के लिए लागू की गई है।
NPCI (National Payments Corporation of India) ने यह कदम UPI इन्फ्रास्ट्रक्चर को अधिक स्थिर और कुशल बनाने के लिए उठाया है। -
सफल ट्रांजैक्शन के बाद बैलेंस अपडेट:
अब बैंक को हर सफल ट्रांजैक्शन के साथ यूज़र को बैलेंस की जानकारी भेजनी होगी, जिससे लोगों को बार-बार बैलेंस चेक करने की जरूरत ना पड़े।
UPI Lite और UPI 123Pay की नई सुविधाएँ
UPI Lite
UPI Lite एक ऑफ़लाइन भुगतान सुविधा है जो छोटे-मूल्य वाले लेन-देन के लिए उपयुक्त है। अब UPI Lite में प्रति लेन-देन सीमा ₹1,000 और दैनिक सीमा ₹4,000 कर दी गई है। इसके अलावा, UPI Lite में ऑटो टॉप-अप की सुविधा भी जोड़ी गई है, जिससे उपयोगकर्ता अपने वॉलेट को स्वचालित रूप से रिचार्ज कर सकते हैं।
UPI ATMs और QR कोड से नकद निकासी
NPCI और Hitachi Payment Services ने मिलकर भारत का पहला UPI-ATM लॉन्च किया है, जिसमें उपयोगकर्ता QR कोड स्कैन करके नकद निकाल सकते हैं। यह सुविधा विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोगकर्ताओं के लिए सहायक होगी।
पिक आवर (Peak Hour) में लिमिटेशन
NPCI ने कुछ समयावधियों को “पिक आवर” घोषित किया है, जब ट्रैफिक सबसे ज़्यादा होता है।
पिक आवर टाइमिंग
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सुबह: 10:00 AM से 1:00 PM तक
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शाम: 5:00 PM से 9:30 PM तक
UPI के लिए नियामक ढांचे में बदलाव
हाल ही में, केंद्र सरकार ने एक नए भुगतान नियामक बोर्ड (Payments Regulatory Board) की स्थापना की घोषणा की है। इससे भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की भूमिका में बदलाव हो सकता है, क्योंकि वर्तमान में RBI डिजिटल भुगतान पारिस्थितिकी तंत्र की निगरानी करता है। यह कदम नियामक ढांचे में बदलाव का संकेत देता है।
नए उपयोगकर्ता के लिए “कूलिंग पीरियड
यदि कोई उपयोगकर्ता किसी नए रिसीवर को ₹2,000 से अधिक का पेमेंट करता है, तो:
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उस लेन-देन पर 4 घंटे का कूलिंग पीरियड लगाया जाएगा।
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इस दौरान वह ट्रांजैक्शन होल्ड पर रहेगा।
UPI New Rules : पेमेंट स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया में नए बदलाव
UPI New Rules : UPI के नए दिशा-निर्देश के तहत, पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर को लेनदेन के स्टेटस की जाँच एक निश्चित समय की देरी के बाद ही करनी होगी | PSPs को अब लेनदेन शुरू होने के कम से कम 90 सेकंड बाद ही लेनदेन की स्थिति की जाँच के लिए पहली API कॉल करनी होगी | एक ही लेनदेन के लिए दो घंटे की अवधि में अधिकतम तीन बार ही स्थिति की जाँच की जा सकती है |
निष्कर्ष
2025 में UPI में किए गए ये बदलाव डिजिटल भुगतान को और अधिक सुरक्षित, सुविधाजनक और प्रभावी बनाने के लिए हैं। उपयोगकर्ताओं को इन नए नियमों और सुविधाओं के बारे में जागरूक होना चाहिए ताकि वे बेहतर तरीके से डिजिटल लेन-देन कर सकें। यदि आपको इन नियमों के बारे में और जानकारी चाहिए या कोई प्रश्न है, तो कृपया पूछें।